इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है | What is Intraday Trading

अगर आप भी इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं लेकिन आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो आज हम इस आर्टिकल में आपको इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और उसे कैसे करते हैं इसके बारे में जानकारी देंगे।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है

इंट्राडे ट्रेडिंग में सेम डे स्टॉक को खरीदा और बेचा जाता है इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है। इंट्राडे ट्रेडिंग इन्वेस्टमेंट के हेतु से नहीं की जाती बल्कि जल्दी मुनाफा मिलने के हेतु से की जाती है और यह ट्रेडिंग आप हर प्रकार के स्टॉक में कर सकते हैं।

मान लीजिए की कोई स्टॉक अपने ₹200 की कीमत पर खरीदाऔर उसी दिन वह स्टॉक 250 की कीमत पर चला गया अगर आपने सुबह उस स्टॉक के 1000 शेयर्स लिए हुए होते तो आपको उसी दिन मुनाफा मिल जाता। और इसको ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।


इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम

1. एक मशीन की तरह ट्रेड करें

जी हां जब भी आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो आपको एक मशीन की तरह ट्रेड करना है। इसका मतलब यह है कि आपको आपके इमोशन के साथ ट्रेड नहीं करना हमें बिना इमोशन के ट्रेडिंग करना है इमोशन जैसे कि रिवेंज ट्रेडिंग और लॉस रिकवरी।

जब भी आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में लॉस होता है तब आप सोचते कि वह लॉस उसी दिन किसी तरह कवर हो जाए ऐसी स्थिति में हम इमोशंस को कंट्रोल नहीं कर पाते और बिना स्ट्रेटजी और सेटअप के उल्टे सीधे ट्रेड लेने लगते हैं।

इसलिए आपको एक मशीन की तरह ट्रेड करना है। आपको पहले ही स्टॉपलॉस और टारगेट सेट करना है। और जब भी टारगेट हिट हो जाएतो प्रॉफिट बुक कर लेना है और जब स्टॉपलॉस हिट हो जाए तो उसको एक्सेप्ट करके ट्रेड को क्लोज करना है।

2. डेली लॉस लिमिट सेट करें

आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय एक अमाउंट को ध्यान में रखते हुए उससे ज्यादा का लॉस नहीं उठाना है। इंट्राडे ट्रेडिंग में जो नया ट्रेडर होता है वह उसे कम से कम कितना प्रॉफिट होना चाहिए उसके बारे में सोचता है लेकिन जो एक्सपीरियंस ट्रेडर होता है वह कम से कम कितना लॉस होना चाहिए उसके बारे में सोचता है वह उनका डेली लिमिट लॉस सेट करते हैं।

समझो एक्सपीरियंस ट्रेडर ने अपना 5000 रुपए का डेली लॉस सेट किया हुआ है और अगर किसी दिन उसका लॉस हिट हो जाता है तो वह उस दिन ट्रेडिंग बंद कर देगा।

प्रॉफिट कितना होगा वह हमारे हाथ में नहीं होता लेकिन अगर हम अपने डेली लॉस लिमिट को सेट करते हैं तो हमें उससे ज्यादा लॉस नहीं होगा।

3. ज्यादा ट्रेड मत करिए 

इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय आपको एक रूल सेट करना होगा की आपको एक दिन में ज्यादा से ज्यादा एक ट्रेड या फिर दो ट्रेड लेना है उससे ज्यादा ट्रेड नहीं लेने हैं। शुरुआती समय में नए ट्रेडर बहुत सारे ट्रेड लेने लगते हैंवह दिन में 5 6 ट्रेड लेने लगते हैं उनको ऐसा लगता है कि वह जितना ज्यादा ट्रेड लेंगे उतना ही उनको प्रॉफिट होगा लेकिन ट्रेडिंग में आप जितना कम ट्रेड लेंगे उतना आपके लिए अच्छा रहता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको कम से कम ट्रेड लेना है लेकिन अच्छा ट्रेड लेना है। आपको आपके स्ट्रेटजी के अनुसार ट्रेड लेना है ज्यादा से ज्यादा दो ट्रेड लेना है और फिर आपको प्रॉफिट हो या लॉस आपको उसे दिन ट्रेडिंग बंद कर देनी है।

4. सोशल मीडिया को दूर रखें

9:30 से 3:30 जब तक भी आपका ट्रेडिंग करने का समय होता है आपको सोशल मीडिया से दूर रहना है जैसे कि आपको टिप्स देने वाले चैनलों से दूर रहना है। क्योंकि सोशल मीडिया आपको ट्रेड से भटका सकता है।

समझो कि आप आपके एनालिसिस के बेस पर एक ट्रेड लेते होऔर आप उसमें प्रॉफिट में भी होते हो लेकिन अगर आप उसे समय सोशल मीडिया खोलकर किसी की सुनते हो कि वह ट्रेड उलटी दिशा में जाएगा तो उसे समय आप कंफ्यूज हो जाते हो ऑर्डर के मारे वह ट्रेड एग्जिट करते हो। लास्ट में आप देखते हो कि आप सही थे लेकिन सोशल मीडिया के कारण आपने वह ट्रेडिंग एग्जिट कर दिया।

5. एक डायरी बनाएं

आपको एक डायरी बनानी है और उसमें आपको हर एक चीज लिखनी है क्या आपने कितने ट्रेड लिए और कितने उसमें से प्रॉफिटेबल ट्रेड है और कितने में अपने लॉस किया है उसमें आपका कितना प्रॉफिट था और कितना लॉस था 

आपने वह ट्रेड किस बेसिस पर या फिर किस पैटर्न पर लिया यह सब जानकारी आपको एक डायरी में लिखती है और महीने के अंत में वह सब आपको देखना है की कहां अपने गलतियां की है 


शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स

  • सही समय को ध्यान में रखके ही ट्रेड करें
  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए सही स्टॉक का चयन करें
  • अपने लॉस और प्रॉफिट को सेट करें
  • ट्रेडिंग करते समय भावनाओं पर काबू रखिए 
  • एक दिन में ज्यादा से ज्यादा एक या फिर दो ट्रेड करिए

Leave a comment